कानपुर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के तत्वाधान में कपड़ा मंत्री और वर्तमान में अमेठी से लोकसभा प्रत्यासी स्मृति ईरानी की हार की कामना से इंटक कर्मचारियों ने पिछले बीस महीनों से लाल इमली मील के कर्मचारियों का बकाया वेतन और 42 मजदूरों की मौतों का जिम्मेदार ठहराते हुए स्मृति ईरानी को पराजय प्राप्त हो जिसके लिए हवन किया गया, साथ ही मजदूर कर्मचारियों ने कपड़ा मंत्री और लाल इमली मिल के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ आहुति देते हुए अपना आक्रोश जाहिर किया साथ ही यह कामना भी की जिस तरह पिछले दो बार से स्मृति को दो बार हार मिली है, इस बार भी हार का ही मुह देखना पड़े और क्योकि कुछ दिन पहले ईरानी कानपुर भी आई थी लेकिन फिर भी मजदूरों का हाल भी नही पूछा और तो बस ईश्वर से यही कामना है कि उनकी हर की हैट्रिक हो ताकि वह वापस अहमदाबाद लौट जाए.