आगरा में फर्जी आईएएस अफसर बनकर एक युवक ने लायर्स कॉलोनी के रिटायर्ड शिक्षाधिकारी की बेटी से रिश्ता तय कर लिया। जब उसकी पोल खुली तो लोगों के होश उड़ गए। रविवार को पुलिस ने फर्जी आईएएस को उसके परिवार के साथ पकड़ लिया।
सीओ हरीपर्वत एएसपी अभिषेक ने बताया कि आरोपी डॉ. मंजीत राज नाम पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला है। वो मूलरूप से गाजीपुर जिले के गांव नारी पचदेवरा का रहने वाला है। लायर्स कॉलोनी निवासी एक रिटायर्ड शिक्षाधिकारी ने अपनी डॉक्ट्रेट बेटी की शादी के लिए मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया था।
प्रोफाइल को देखकर एक महीने पहले मंजीत राज ने लड़़की के परिवार से संपर्क किया। खुद को 2015 बैच का आईएएस अधिकारी बताया। वर्तमान में अपनी पोस्टिंग पांडिचेरी के उप राज्यपाल के ओएसडी के पद पर बताई। यह भी कहा कि वो दिल्ली में भी फ्लैट लेकर रहता था। पूछताछ में उसने कई आईएएस, आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों के नाम बताए।
लड़की के पिता ने मंजीत राज के बारे में पड़ताल शुरू कर दी। उसकी फेसबुक और वेबसाइट पर प्रोफाइल चेक की। उसमें कई अधिकारियों, राजनेताओं के साथ फोटो थे। संसद भवन तक के फोटो थे। पांडिचेरी के उप राज्यपाल के साथ भी फोटो था। इससे उन्हें उसके आईएएस होने का विश्वास हो गया। उसके गांव में भी लोग उसे आईएएस के रूप में ही जानते हैं।
रिटायर्ड शिक्षाधिकारी ने उससे रिश्ते की बात की। 15 दिन पहले मंजीत राज और उसके परिजनों को वाराणसी के एक होटल में बुलाया। 4.5 लाख रुपये देकर रोका कर दिया। इसके बाद तीन जून को आगरा आकर सगाई करना तय हुआ। एक सप्ताह पहले पूर्व अधिकारी की बेटी ने उससे बात की। नौकरी से संबंधित सवाल पूछे।
यह सवाल ऐसे थे कि जिसे कोई आईएएस अधिकारी ही बता सकता था। मगर, आरोपी मंजीत राज टालमटोल करने लगा। इस दौरान शादी में चार करोड़ रुपये खर्च करने को कहा। इस पर परिजनों को शक हो गया। चार दिन पहले एएसपी अभिषेक से शिकायत की। उनसे कहा कि वो सिर्फ इसके आईएएस होने के बारे में जांच करके बता दें। पुलिस जांच में जुट गई।
मंजीत रविवार को परिजनों के साथ आगरा आया। उसके साथ दोस्त भी थे। उसकी इनोवा पर भारत सरकार की नेम प्लेट भी लगी थी। लड़की के परिजन उससे पोस्टिंग और ट्रेनिंग के बारे में पूछताछ करने लगे। इसमें मंजीत फंस गया। पूर्व अधिकारी ने पुलिस का बुला लिया। पुलिस उसे थाने लेकर आई।
आरोपी मंजीत काफी देर तक पुलिस को भी गुमराह करता रहा। अपने संबंध अधिकारियों से लेकर नेताओं तक से बताए। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने राज खोला। वो बीएससी पास है। 2017 में आईएएस मैन्स की परीक्षा दी थी। इसमें सफल नहीं हो सका था। तब से आईएएस की तरह रहने का सपना पाले हुए था। शादी करके करोड़पति बनना चाहता था।
पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया। उसके पास से 2.54 लाख रुपये, 1.5 लाख रुपये के जेवरात, कपड़े, इनोवा क्रिस्टा और पांच मोबाइल बरामद किए। मंजीत के साथ ही उसका पिता शिव गोविंदराम, चाचा रमाशंकर और चालक धर्मेंद्र उर्फ राहुल निवासी हरीनगर, नई दिल्ली को भी गिरफ्तार किया गया है।